सेक्सटॉर्शन (Sextortion) क्या है?

सेक्सटॉर्शन एक साइबर अपराध है जिसमें अपराधी किसी व्यक्ति की संवेदनशील निजी सामग्री (जैसे तस्वीरें, वीडियो या चैट) का उपयोग करके उसे धमकी देता है। इसका उद्देश्य पीड़ित से पैसे वसूलना, और अधिक निजी सामग्री प्राप्त करना, या अन्य आपराधिक कार्य करवाना हो सकता है।

अपराधी अक्सर पीड़ित के विश्वास का फायदा उठाकर उसे जाल में फँसाते हैं। यह अपराध विशेष रूप से सोशल मीडिया, ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स, वीडियो कॉल और चैटिंग प्लेटफॉर्म पर होता है।


सेक्सटॉर्शन कैसे होता है?

  1. दोस्ती के बहाने संपर्क करना:
    अपराधी पहले सोशल मीडिया या अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से पीड़ित से दोस्ती करता है।
  2. निजी जानकारी प्राप्त करना:
    पीड़ित से बातचीत के दौरान अपराधी उसकी निजी तस्वीरें, वीडियो या संवेदनशील जानकारी इकट्ठा करता है।
  3. फर्जी प्रोफाइल बनाना:
    अपराधी फर्जी प्रोफाइल बनाकर किसी अन्य व्यक्ति का विश्वास जीतते हैं और उन्हें वीडियो कॉल करने या निजी जानकारी साझा करने के लिए उकसाते हैं।
  4. रिकॉर्डिंग और स्क्रीनशॉट:
    वीडियो कॉल या चैट के दौरान अपराधी पीड़ित की गतिविधियों को रिकॉर्ड कर लेते हैं।
  5. ब्लैकमेल करना:
    इसके बाद वह पीड़ित को इन निजी सामग्री को सार्वजनिक करने की धमकी देकर पैसे या अन्य मांगें पूरी करने का दबाव डालते हैं।

सेक्सटॉर्शन से बचाव के उपाय

1. ऑनलाइन सुरक्षा बनाए रखें:

  • अपनी निजी जानकारी (जैसे फोन नंबर, पता, ईमेल, आदि) को अनजान लोगों से साझा न करें।
  • सोशल मीडिया पर प्राइवेसी सेटिंग्स को मजबूत करें।

2. सावधानी से दोस्त बनाएं:

  • अनजान लोगों से दोस्ती करने में सतर्कता बरतें।
  • किसी भी ऑनलाइन बातचीत में व्यक्तिगत जानकारी देने से बचें।

3. सतर्कता से वीडियो कॉल करें:

  • अनजान लोगों के साथ वीडियो कॉल करने से बचें।
  • यदि आवश्यक हो, तो कॉल करते समय अपने कैमरे का उपयोग न करें।

4. किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें:

  • यदि कोई व्यक्ति आपको संदिग्ध लिंक भेजे, तो उसे न खोलें। यह आपके डिवाइस को हैक करने के लिए हो सकता है।

5. मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें:

  • सभी ऑनलाइन खातों के लिए मजबूत और अलग-अलग पासवर्ड का उपयोग करें।
  • समय-समय पर पासवर्ड बदलें।

6. एंटी-वायरस का इस्तेमाल करें:

  • अपने डिवाइस पर एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर और सिक्योरिटी ऐप इंस्टॉल करें।

7. निजी तस्वीरें और वीडियो साझा करने से बचें:

  • किसी भी अनजान व्यक्ति को अपनी तस्वीरें, वीडियो या अन्य संवेदनशील जानकारी साझा न करें।

8. परिवार या दोस्तों से मदद लें:

  • यदि आप किसी ब्लैकमेलिंग का शिकार होते हैं, तो इसे गुप्त रखने के बजाय अपने परिवार या दोस्तों को तुरंत बताएं।

यदि आप सेक्सटॉर्शन का शिकार हो जाते हैं, तो क्या करें?

  1. ब्लैकमेलर की मांगें पूरी न करें:
  • किसी भी हालत में पैसे न दें और उनकी अन्य मांगों को पूरा न करें।
  1. साक्ष्य इकट्ठा करें:
  • अपराधी के संदेश, कॉल रिकॉर्डिंग और अन्य सबूतों को सुरक्षित रखें।
  1. साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें:
  • पुलिस की साइबर क्राइम शाखा में तुरंत शिकायत दर्ज करें।
  • राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन (1930) पर कॉल करें।
  • ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें: cybercrime.gov.in
  1. सोशल मीडिया पर अपराधी को ब्लॉक करें:
  • उसकी प्रोफाइल को रिपोर्ट करें और उसे तुरंत ब्लॉक करें।
  1. साइकोलॉजिकल सपोर्ट लें:
  • इस प्रकार की घटनाएं मानसिक तनाव का कारण बन सकती हैं, इसलिए परामर्शदाता से मदद लें।

सेक्सटॉर्शन के अन्य महत्वपूर्ण पहलू

1. सामान्य रूप से उपयोग होने वाले प्लेटफ़ॉर्म:

  • फेसबुक
  • इंस्टाग्राम
  • व्हाट्सएप
  • स्नैपचैट
  • डेटिंग ऐप्स जैसे टिंडर, बम्बल

2. पीड़ित कौन हो सकता है?

  • सेक्सटॉर्शन का शिकार कोई भी हो सकता है, लेकिन आमतौर पर यह युवा पुरुष और महिलाएं होती हैं।

3. कानूनी सहायता:

भारत में आईटी एक्ट 2000 के तहत सेक्सटॉर्शन एक दंडनीय अपराध है। अपराधी को धारा 67 और 67A के तहत दंडित किया जा सकता है।


निष्कर्ष:

सेक्सटॉर्शन एक गंभीर साइबर अपराध है जिसे जागरूकता, सतर्कता और समय पर मदद लेकर रोका जा सकता है। हमेशा सतर्क रहें, अपनी ऑनलाइन गतिविधियों पर ध्यान दें, और आवश्यकता होने पर कानूनी सहायता प्राप्त करें।

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