ऑनलाइन धोखाधड़ी (Fraud Awareness)

ऑनलाइन धोखाधड़ी एक ऐसा अपराध है जिसमें साइबर अपराधी (हैकर्स) इंटरनेट का उपयोग करके लोगों को आर्थिक या व्यक्तिगत नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं। इसे समझना और इससे बचाव करना जरूरी है। इसे विस्तार से समझने के लिए निम्नलिखित पहलुओं पर ध्यान दें:


1. फ़िशिंग (Phishing) क्या होता है?

फ़िशिंग एक प्रकार का ऑनलाइन धोखाधड़ी है जिसमें अपराधी नकली ईमेल, मैसेज, या वेबसाइट का उपयोग करके आपकी व्यक्तिगत जानकारी (जैसे बैंक डिटेल्स, पासवर्ड, OTP) चुराने की कोशिश करते हैं।

  • उदाहरण:
    आपको एक ईमेल आता है जो किसी बैंक से आता हुआ लगता है। उसमें लिखा होता है कि “आपका अकाउंट बंद होने वाला है, तुरंत लॉगिन करें।” लिंक पर क्लिक करने पर आप एक नकली वेबसाइट पर पहुंच जाते हैं।
  • कैसे बचें:
    • केवल आधिकारिक वेबसाइट पर ही लॉगिन करें।
    • किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
    • ईमेल में दिए गए संदिग्ध लिंक या मैसेज की जांच करें।

2. नकली ऑफर और स्कैम

साइबर अपराधी नकली ऑफर देकर लोगों को धोखा देते हैं।

  • उदाहरण:
    • “आपने 10 लाख रुपये की लॉटरी जीती है। कृपया अपने बैंक डिटेल्स दें।”
    • “यह प्रोडक्ट सिर्फ ₹1 में खरीदें।”
  • कैसे बचें:
    • ऐसे ऑफर्स से सावधान रहें जो सच होने के लिए बहुत अच्छे लगते हैं।
    • अनजाने ईमेल, मैसेज, या कॉल का जवाब न दें।

3. ओटीपी धोखाधड़ी (OTP Fraud)

ओटीपी का उपयोग आपके अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है, लेकिन साइबर अपराधी इसे चुराने की कोशिश करते हैं।

  • उदाहरण:
    • आपको किसी अज्ञात व्यक्ति का कॉल आता है और वह कहता है कि “मैं बैंक से बोल रहा हूं, कृपया अपना ओटीपी बताएं।”
  • कैसे बचें:
    • किसी के साथ अपना ओटीपी साझा न करें।
    • बैंक या कोई भी संस्था ओटीपी नहीं मांगती।

4. नकली वेबसाइट की पहचान कैसे करें?

कई बार अपराधी नकली वेबसाइट बनाते हैं जो देखने में असली वेबसाइट जैसी लगती है।

  • कैसे पहचानें:
    • वेबसाइट के URL (लिंक) को ध्यान से देखें। असली वेबसाइट का URL हमेशा “https://” से शुरू होता है।
    • वेबसाइट पर स्पेलिंग या डिजाइन में गड़बड़ी हो सकती है।
    • अगर वेबसाइट पर बहुत ज्यादा पॉप-अप विज्ञापन आ रहे हैं तो सतर्क रहें।
  • कैसे बचें:
    • सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट से ही सामान खरीदें या जानकारी साझा करें।

5. संदिग्ध कॉल और मैसेज से बचाव

  • अपराधी अक्सर बैंक या सरकारी अधिकारी बनकर फोन करते हैं और आपके अकाउंट से जुड़ी जानकारी मांगते हैं।
  • कैसे बचें:
    • किसी अनजान नंबर से आए कॉल या मैसेज पर भरोसा न करें।
    • बैंक या सरकारी संस्थाएं फोन पर जानकारी नहीं मांगतीं।

सामान्य बचाव के उपाय

  1. हमेशा मजबूत पासवर्ड बनाएं और उसे नियमित रूप से बदलें।
  2. अपनी निजी जानकारी (जैसे आधार नंबर, पैन कार्ड, बैंक डिटेल्स) किसी से साझा न करें।
  3. अपने मोबाइल और कंप्यूटर में एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें।
  4. संदिग्ध ऐप्स डाउनलोड करने से बचें।

ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए सबसे जरूरी है सतर्कता और जागरूकता। अगर आपको कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन या स्थानीय पुलिस से संपर्क करें।

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